Hello दोस्तों, आप सभी का Taaza Mind Blog में स्वागत है। इस आर्टिकल में हम सीखेंगे कि Mindfulness Kya Hai और इसके क्या फायदे हैं, और साथ ही साथ ये भी जानेंगे की Daily Life में Mindfulness की प्रैक्टिस कैसे करें। दोस्तों हम सभी जानते हैं, कि आजकल इंटरनेट का जमाना है ऐसे में लोग सोशल मीडिया की तरफ कुछ ज्यादा ही आकर्षित हो रहे हैं, और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर Reels videos को देख देखकर वो अपने लक्ष्य से भटक चुके है, जिस भी प्रकार की वीडियो देखते हैं, उसी की तरह उनका दिमाग मेकअप हो जाता है, अगर इसी तरह हम चलते रहे तो हम अपना लक्ष्य कभी भी हासिल नहीं कर पाएंगे।
तो मैंने सोचा आप सभी को इस आर्टिकल के माध्यम से जागरूक किया जाये और Step by Step Mindfulness Kya Hai के बारे में आपको बताया जाये तो दोस्तों अगर आप अपनी लाइफ में कुछ भी हासिल करना चाहते हो तो इस आर्टिकल को एक बार समझ लो आपकी जिंदगी में चार चाँद लग जायेंगे।
Mindfulness Kya Hai – What is Mindfulness
दोस्तों “Mindfulness” को हिंदी भाषा में “सचेतनता” या “ध्यानपूर्ण जागरूकता” के नाम से जाना जाता है, यह वर्तमान समय में पूरी तरह निपुड़ होने की अवस्था के बारे में जाना जाता है, इस अवस्था में व्यक्ति अपने विचारों, भावनाओं, शारीरिक संवेदनाओं, या अपने आस-पास के वातावरण को गहराई से अनुभव करना सीखता है और उसका ज्ञान प्राप्त करता है। विशेषज्ञों के अनुसार Mindfulness एक मानसिक स्थिति है, जिसमे व्यक्ति अपने मन की गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करना सीखता है, और अपनी Daily Life में होने वाली गतिविधियों को स्वीकार करता है,Mindfulness को अगर एक लाइन में समझे तो ये वर्तमान क्षण में जीवन को अधिक पूरी तरह से जीने की क्षमता को दर्शाता है, दोस्तों अगर आपको माइंडफुलनेस का अभ्यास करना है, तो आप मेडिशन और योगिक प्रैक्टिस कर सकते हैं। इस तरह की प्रैक्टिस से आप मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं, जिससे आप तनाव, चिंता को नियंत्रित कर सकते हैं, और एक अच्छा खुशहाल जीवन जी सकते हैं। तो अगर आपको Mindfulness Kya Hai ये समझ आ गया है तो आपको ये भी समझना जरूरी है,कि Mindfulness के फायदे क्या है?
Mindfulness के फायदे क्या है?
दोस्तों अगर आप जानना चाहते हो कि Mindfulness के फायदे क्या हैं , तो आप नीचे लिखी गयीं सभी महत्वपूर्ण लाइनों को पढ़ें।
- दोस्तों क्या आपको पता है WHO के अनुसार भारत में हर 4 में ऐसे 1 युवा डिप्रेशन का शिकार है, तो इस डिप्रेशन की समस्या को दूर करने के लिए Mindfulness प्रैक्टिस करना बहुत जरूरी है।
- माइंडफुलनेस प्रैक्टिस करने से आप अपने निगेटिव इमोशन को बदल कर पॉजिटिव इमोशन में रेगुलेट कर सकते हो, यानि आपके इमोशन आपके कण्ट्रोल में आ जाते हैं।
- माइंडफुलनेस प्रैक्टिस की बजह से आप वर्तमान में जीने लगते हो जिससे आपकी मेमोरी नए विचारो को लम्बे समय तक स्टोर रखती है और आपकी मेमोरी तेज होने लगती है।
- जो व्यक्ति माइंडफुलनेस प्रैक्टिस करता है, उसके कॉग्निटिव लेवल इम्प्रूव हो जाता है, यानि वह ध्यान, स्मरण, निर्णय , भाषा-निपुणता और समस्यांओ को हल करना उसके लिए बहुत आसान काम बन जाता है।
- कहीं न कहीं देखा जाये तो माइंडफुलनेस रहने से हमारे रिलेशनशिप मजबूत होने लगते हैं, क्योंकि हम वर्तमान में रहना सीख जाते है,और अपने रिलेशन पर ध्यान दे पाते हैं।
- जो व्यक्ति माइंडफुलनेस प्रैक्टिस करके वर्तमान में रहना सीख जाता है,और उसके अंदर कठिन परिस्थितयों को स्वीकार करने की ताकत आ जाती है, तो ऐसे लोगो को चिंता और तनाव बहुत कम होता है, और ऐसे लोग खुश रहते हैं।
- हम जानते हैं, कि हमारा दिमाग और शरीर आपस में जुड़े हैं, तो अगर हमारा दिमाग ठीक रहेगा तो हमारी फिजिकल हेल्थ भी अच्छी रहेगी।
- माइंडफुलनेस प्रैक्टिस की बजह से आप स्वयं को कण्ट्रोल करना सीख जाते हैं।
- माइंडफुलनेस व्यक्ति अपने काम पर फोकस करना सीख जाता है। जिससे आपकी काम की परफॉरमेंस बहुत अच्छी हो जाती है।
- माइंडफुलनेस प्रैक्टिस की बजह से आपका दिमाग एकदम क्लियर रहता है, और आपका किसी भी तरह का भ्रम और ज्यादा सोचने वाली समस्या ख़त्म हो जाती है।
Daily Life में Mindfulness प्रैक्टिस कैसे करें?
दोस्तों अगर आप जानना चाहते हो कि daily लाइफ में mindfulness प्रैक्टिस कैसे करें, तो आप नीचे लिखी गयीं सभी महत्वपूर्ण लाइनों को पढ़ें। और आज से ही अपनी daily लाइफ में Mindfulness प्रैक्टिस करना शुरू कर दीजिये।
- दोस्तों अगर आप बहुत ही जल्दी अपने आप को वर्तमान समय में लाना चाहते हो तो, आप अपने साँसों पर ध्यान लगाएं और महसूस करें कि सांसे कैसे अंदर जा रही हैं, और कैसे भर जा रही हैं। इसको ब्रेथिंग Exercise कहते हैं।
- Mindfulness को बढ़ावा देने के लिए आप आर्ट एंड क्राफ्ट अर्थात कला और शिल्प का अभ्यास कर सकते हैं, इस अभ्यास में आप अपना दिमाग का उपयोग करके ख़राब उपकरण का उपयोग करके एक अच्छा उपकरण बना सकते हैं, जैसे – बढ़ई की कला, कहानी लिखने की कला, मिटटी के वर्तन बनाने की कला आदि। तो ये सभी Example वर्तमान में जीना सिखाते है।
- Mindfulness प्रैक्टिस के लिए आप Puzzle Solving कर सकते हैं,अर्थात किसी भी पहेली का हल निकालने की कोशिश कीजिये।
- Mindfulness को बढ़ावा देने के लिए आप मेडिटेशन अर्थात ध्यान कर सकते हैं। जो आपको वर्तमान जीवन में अपने लक्ष्य पर फोकस करने में मदद करेगा।
- रोजाना Long Walk करने से आपके शरीर में ऊर्जा बनी रहती है, जिससे आप स्वस्थ रहते हुए अपने काम पर फोकस रख पाएंगे।
- दोस्तों अगर आप मेरे बताये हुए ये लास्ट Mindfulness प्रैक्टिस को भी करेंगे तो आपकी लाइफ में चार चाँद लग जायेंगे, रोजाना सुबह उठकर 4 से 5 मिनट तक खुल कर हसें, जिससे आपके अंदर की चिंता और तनाव बाहर निकल जाये ताकि आप वर्तमान में आ सको।
Absence Mind के संकेत क्या हैं?
- अगर आपका दिमाग बार-बार ध्यान से हट जाता है, या फिर आप ध्यान नहीं कर पाते तो ये कहीं न कहीं आपके अनुपस्थिति दिमाग का संकेत है, ऐसे में आपको Mindfulness प्रैक्टिस करना बहुत जरूरी हैं।
- अगर आप किन्ही बातों को बार-बार भूल जाते हो या फिर आप लम्बे समय तक याद नहीं रख पाते हो तो ये भी कहीं न कहीं अनुपस्थिति दिमाग का संकेत हैं।
- आपकी मेमोरी अगर कमजोर है, आप ज्यादा कुछ सोच नहीं पाते हो तो ये भी अनुपस्थिति दिमाग का संकेत हैं।
- अगर आपको हमेशा किसी भी चीज को लेकर Confusion रहता हैं, तो ये आपके अनुपस्थिति दिमाग का संकेत हैं।
- अगर आप किसी भी छोटे प्रोजेक्ट पर ज्यादा समय लगा देते हो तो ये भी आपके अनुपस्थिति दिमाग का संकेत हैं।
Mindfulness के संकेत क्या हैं?
दोस्तों आपने ये तो समझ लिया कि अनुपस्थिति दिमाग के क्या संकेत हैं,लेकिन आपको ये भी जानना जरूरी है कि Mindfulness के क्या संकेत हैं, तो अगर आप ये भी जानना चाहते हैं, तो नीचे लिखी गयी सभी लाईनो को ध्यान से पढ़े।
- आप हमेशा अपने काम को लेकर जागरूक रहेंगे।
- आप किसी भी वक्त अपने आप को संभाल सकते हैं।
- आपके अंदर Acceptance पावर होती है, आप किसी भी कठिन परिस्थिति को स्वीकार कर करते हो।
- आपका दिमाग स्टेबल होता है,और आप एक टाइम में एक काम पर फोकस कर पाते हो जिससे आपके काम की परफॉरमेंस अच्छी होती है।
- आप आसपास के वातावरण को लेकर जागरूक होते हैं।
- आपके अंदर किसी भी चीज को लेकर धैर्य होता है।
- आपके शरीर के सभी सेंसर अच्छे से काम कर रहे होते हैं।
- आप किसी को अचानक से जज नहीं करते हैं, पहले बात को समझते हैं,और फिर अपना उत्तर पेश करते हैं।
तो दोस्तों आज हमने इस आर्टिकल में हमने सीखा कि Mindfulness Kya Hai और इसके क्या फायदे है, और साथ ही साथ ये भी सीखा की Mindfulness प्रैक्टिस कैसे करें और मैंने इस आर्टिकल में ये भी बताया कि Absence Mind के संकेत क्या हैं? और Mindfulness के संकेत क्या हैं? तो अगर आपको इन सभी टॉपिक्स को पढ़कर कुछ Value मिला है तो इस आर्टिकल का लिंक अपने दोस्तों,भाईयों को शेयर करें ताकि वो भी इसका ज्ञान ले पाएं। धन्यवाद
FAQ
Ques-1 माइंडफुलनेस क्या है समझाइए?
माइंडफुलनेस को हिंदी भाषा में “सचेतनता” या “ध्यानपूर्ण जागरूकता” के नाम से जाना जाता है, यह वर्तमान समय में पूरी तरह निपुड़ होने की अवस्था के बारे में जाना जाता है।
Ques-2 माइंडफुलनेस कैसे करें?
दोस्तों अगर आप बहुत ही जल्दी अपने आप को वर्तमान समय में लाना चाहते हो तो, आप अपने साँसों पर ध्यान लगाएं और महसूस करें कि सांसे कैसे अंदर जा रही हैं, और कैसे भर जा रही हैं। इसको ब्रेथिंग Exercise कहते हैं।
Ques-3 माइंडफुलनेस क्या है और इसके फायदे?
माइंडफुलनेस वर्तमान समय में पूरी तरह निपुड़ होने की एक अवस्था है, इसके अनेक फायदे हैं, उनमे से एक ये चिंता और तनाव को दूर करता है।
Ques-4 माइंडफुलनेस कैसे बढ़ाएं?
माइंडफुलनेस को इम्प्रूव करने के लिए आप अनेक प्रकार की गतिविधि कर सकते हो जैसे: आर्ट, क्राफ्टिंग और अपनी सांसो पर ध्यान लगाएं।
Ques-5 माइंडफुल मोमेंट का क्या मतलब है?
माइंडफुलनेस का मतलब होता हो वर्तमान समय में पूरी तरह से जीना तो अगर माइंडफुल मोमेंट की बात करें तो इसका मतलब आसपास के वातावरण में जो कुछ भी चल रहा है उसका अनुभव होना माइंडफुल मोमेंट का एक कारण है।
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